खिताब का प्रबल दावेदार भारत अपने सुपर-12 के अंतिम मुकाबले में जिम्बाब्वे के विरुद्ध जीत दर्ज कर 10 नवंबर को इंग्लैंड के विरुद्ध दूसरे सेमीफाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करना चाहेगा। यह मुकाबला हारने की सूरत में भारत को अंतिम 4 में जगह बनाने के लिए दिन के मुकाबलों में नीदरलैंड्स की दक्षिण अफ्रीका पर जीत अथवा बांग्लादेश की पाकिस्तान पर जीत जो की अप्रत्याशित रूप से बेहद भारी अंतर से ना दर्ज की गई हो उसकी कामना करनी पड़ेगी।
आधिकारिक तौर पर जिम्बाब्वे का दल भी अभी अंतिम 4 की प्रतिस्पर्धा से बाहर नहीं हुआ है परंतु उनके लिए जो समीकरण है वह प्रायः रूप से असंभव है। इसके लिए उन्हें नीदरलैंड्स की दक्षिण अफ्रीका पर जीत तथा बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान का मुकाबला बारिश से रद्द होने की कामना करनी पड़ेगी जिसके पश्चात उन्हें भारत के विरुद्ध अपना मुकाबला भी भारी अंतर से जीतना पड़ेगा।
एक सरसरी निगाह
भारत: इनके बल्लेबाज़ी विभाग में मध्यक्रम ने अब तक इस प्रतियोगिता में लय नहीं पकड़ी है। क्रम के पहले 4 बल्लेबाज़ों के बाद के बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन इनके लिए चिंता का विषय रहा है। इस मुकाबले में यह चाहेंगे की हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक और अक्षर पटेल जैसे बल्लेबाज़ भी लय पकड़े जिससे भारत का मध्यक्रम भी नॉकआउट चरण के पूर्व आत्मविश्वास से लबरेज हो।
जिम्बाब्वे: इनके गेंदबाजों ने जितना प्रभावित किया है, बल्लेबाज़ों ने उतना ही हताश किया है। इस दल के किसी भी बल्लेबाज़ ने सुपर-12 के दौरान स्थिरता नहीं दिखाई है जिसका खमियाज़ा इन्हें भारी रूप से भुगतना पड़ा है। इनके बल्लेबाज़ इस प्रतियोगिता के अपने संभवतः अंतिम मुकाबले में शानदार प्रदर्शन कर इस प्रतियोगिता से एक यादगार विजयी विदाई लेना चाहेंगे।
भारत की संभावित एकादश
रोहित शर्मा (कप्तान), लोकेश राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह।
जिम्बाब्वे की संभावित एकादश
वेस्ले मधेवेरे, क्रेग एर्विन (कप्तान), रेजिस चकाबवा (विकेटकीपर), सीन विलियम्स, सिकंदर रजा, मीलटन शुम्बा, रायन बर्ल, ब्रैड इवांस, रिचर्ड नगारवा, तेंदई चतारा, ब्लेसिंग मुजरबानी।